आत्मार्थं जीवलोकेऽस्मिन् को न जीवति मानवः।
परं परोपकारार्थं यो जीवति स जीवति ।।
परं परोपकारार्थं यो जीवति स जीवति ।।
પરોપકાર નું મહત્વ : શ્લોક નો અર્થ: પોતાના માટે તો આ સંસાર માં બધા જીવન જીવે છે. પરંતુ જે પરોપકાર માટે જીવન જીવે છે,તેનુંજ જીવન સાર્થક છે.
स्वयं के लिए इस संसार में सब लोग जीवन व्यतीत कर रहे हैं,किन्तु जो परोपकार के लिए जीवन जीते है वही सार्थक जीवन है ।परोपकार का महत्व दर्शाता है ।
स्वयं के लिए इस संसार में सब लोग जीवन व्यतीत कर रहे हैं,किन्तु जो परोपकार के लिए जीवन जीते है वही सार्थक जीवन है ।परोपकार का महत्व दर्शाता है ।
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