केचिद्वदन्ति गुणहीन - जनो जघन्यः
केचिद्वदन्ति धनहीन - जनो जघन्यः ।
व्यासो वदत्यखिल - वेद - पुराण - वेत्ता
नारायण - स्मरण - हीन - जनो जघन्यः ॥
_वसंततिलका छंद
अर्थ
कोई कहते हैं गुण - रहित मनुष्य निकृष्ट है ,
कोई कहते हैं धन - रहित मनुष्य निकृष्ट है;
परन्तु सम्पूर्ण वेद पुराणों के ज्ञाता भगवान् व्यास जी कहते हैं कि
जो प्रभु का नाम स्मरण नहीं करता वह संसार में निकृष्ट है ;
अतः मनुष्य जन्म की सफलता के लिये प्रभु का स्मरण करे ।
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